टेढ़ी मेढ़ी गलियां हैं। गलियां नहीं रास्ते। टेढ़े मेढ़े नहीं, ऊपर नीचे ! सांप की तरह फैले हुए, एक लम्बा सांप। अनन्त। एक लड़की है, छोटी लड़की, हवा के जैसी । छोटी लड़की ऊपर चढ़ती है। कोई दस कदम, और देखती है मुड़कर नीचे की ओर, हर दस कदम पर। घर छोटा, फिर थोड़ा ओर छोटा फिर थोड़ा ओर ऊपर से ओर भी छोटा नज़र आता है। जैसे खेल हो गया है एक, हर दस कदम, और घर ओर छोटा। अब जब वो पहुँचने वाली है सबसे ऊपर की चोटी पर, तो नहीं कर पा रही है फैसला की जाए तो कहाँ जाए इसके बाद?