Monday, December 21, 2015

साथी..


उड़ते वक़्त बस आसमान दिखता था उसे
नीला, सफ़ेद, खूबसूरत हवा आँखों में जाती तो जैसे दुनिया जीत रहा हो होंठों पर एक सूखापन लुभाता खूब